मुझे पक्का विश्वास है
आप मेरे ब्लॉग पर मेरी रचनाएँ ही पढ़ने आये हैं...लेकिन आपको इसे पढ़ने के दौरान शायद मेरे व्यक्तित्व को समझने की इच्छा जागृत होगी। पर मेरी एक बात मानिए,
मेरी कल्पना ही मेरी मोहब्बत है।
यहाँ रचनाएँ पढ़कर जितना आपने मेरे व्यक्तित्व को समझा होगा, शायद उससे आपको कुछ ग़लतफ़हमियाँ भी हो जाए।
पर आप इन बातों में मत उलझिए.....बस!!! यहाँ लिखे बातों का मजा लीजिए । ठीक है।